मृत्यु किन दिनों में हो तो उत्तम है और किन दिनों में मृत्यु होना निन्दनीय होता है?
शुक्ल पक्ष, दिन और उत्तरायण के छः महीनों में मृत्यु हो तो प्राणी की आत्मा ब्रह्मलोक में पहुंचकर ब्रह्म में विलीन हो जाती है,
In which days is death better, and in which days is death condemnable? |
जबकि दक्षिणायण के छः महीनों में जिनकी मृत्यु होती है वे चन्द्र लोक तक जाकर पुन: मृत्युलोक में जन्म लेते हैं।
आखिर क्यों ?