भारतीय संस्कृति में नारी के स्थान का विवेचन करें?
भारतीय संस्कृति में नारी को बहुत ही उत्तम स्थान प्राप्त है। जबकि अन्य देशों में नारी (स्त्री) को सिर्फ भाग और विलास की सामग्री समझा जाता है किन्तु हमारे भारत देश में नारी को गौरवमयी कहकर सम्मानित किया जाता है।
Discuss the place of women in Indian culture? |
वेदों में त्रथम शिक्षा ‘मातृ देवोभव’ से प्रारम्भ किया जाता है अर्थात् माता देवताओं के समान होती है। प्रार्थना के समय भी उच्चारित किया जाने वाला शब्द माता को सम्बोधित करता है- ‘त्वमेव माता च पिता त्वमेव’ अर्थात् माता का स्थान पिता से भी उच्च है। मातृभ शक्त का स्मरण ईश्वर (प्रभु)
आखिर क्यों ?