क्या श्राद्ध करते समय मृत पितर दिखायी देते हैं?
रामायण कथा के अनुसार जब पुरुषोत्तम श्री रामचन्द्र जी अपने पिता का श्राद्ध कर रहे थे (यह प्रसंग वन का है) तब सीता जी ने श्राद्ध की समस्त सामग्री अपने हाथ से तैयार की परन्तु जब निर्मंत्रित ब्राह्मण भोजन करने लगे तब सीता जी दौड़कर कुटी में जा छिपीं| बाद में श्री राम जी ने सीता की घबराहट और छिपने का कारण पूछा-तब वे कहने लगीं-स्वामी! मैंने ब्राह्मणों के शरीर में आपके पिताश्री के दर्शन किये।
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Do dead manes appear while performing shraadh? |
अब आप ही बताइये जिन्होंने पहले मुझे समस्त आभूषणों से विभूषित अवस्था में देखा था, वे मेरे पूज्य श्वसुर जी मुझे इस तरह पसीने और मैल से सनी हुई कैसे देख पाते? ऐसा ही प्रसंग महाभारत में भी मिलता है, जब भीष्म जी अपने पिता शान्तनु जी का पिण्डदान करने लगे। उसके सामने साक्षात् शान्तनु जी के दाहिने हाथ में उपस्थित होकर पिण्ड ग्रहण किया।