पूजा के पश्चात् प्रायः शंख का जल लोगों पर छिड़कते हैं, क्यों?
After worship, they often sprinkle the water of blood on people, Why? |
पूजा के समय शंख में जल भरकर देव स्थान में रखें। उसके पूजा बाद उसमें चंदन का टीका लगायें। चंदन का टीका लगने से शंख में भरा जल चन्दन की सुगन्ध से परिपूर्ण हो जाता है। तत्पश्चात् पूजा की समस्त सामग्रियों पर व सुवासित जल छिड़कें तथा पूजा उपस्थित व्यक्तियों के ऊपर छिड़कें। शंख, में रखे जल को मंत्रोच्चार करते हुए छिड़कना चाहिए। जिससे कि समस्त वस्तुएं पवित्र हो जायें। ऐसी मान्यता है। वैज्ञानिक दृष्टि से शंख में भरा जल छिड़कना उचित है या अनुचित। शंख में भरे जल को छिड़कने से क्या होता है? शंख में कैल्शियम, फास्फोरस और गंधक की मात्रा होती है। शंख में भरे जल को छिड़कने से वस्तुएं रोगाणु रहित हो जाती हैं।