Home Uncategorized “यह सब तेरा ही है”

“यह सब तेरा ही है”

2 second read
0
0
14

“यह सब तेरा ही है”

पंजाब में सिखों के गुरु नानक देव थे। वे बचपन से ही ईश्वरमय हो गये थे। वे जब छोटे थे, तब उनके माता-पिता ने उन्हें खेत देखने भेजा। वे वहाँ जाकर ईश्वर का नाम स्मरण करने लगते थे। एक बार वे जब खेत के चारों ओर घूम रहे थे तो उन्हें देखकर पक्षी उड़ गये। | पक्षियों को उड़ते देखकर उन्हें बहुत दुःख हुआ। वे अपने हृदय में सोचने लगे कि ये पक्षी भी तो परमात्मा ने ही बनाये हैं। उनके मुख से निम्नलिखित कविता निकल पड़ी -यम की चिड़िया यम का खेत। खाय ले चिड़िया भर भर पेट॥ अर्थात्‌ हे पक्षियों! मुझसे डरो मत। तुम भरपेट खूब खा नो। गुरु नानक जब बड़े हो गये तो पिता ने उन्हें अनाज की दुकान पर बैठा दिया। उसी समय कुछ साधू सामान लेने को दुकान पर आये। | नानकदेवजी उन्हें सामान देने लगे। एक दो तीन इस 7२ क्रमश: वे तेरह तक पहँचे और फिर “तेरा तेरा कहते _धबुध खो बैठे। ” तेरह कहते ही उनके हृदय में विचार कि हे ईश्वर! यह सब तेरा ही है। 
Load More Related Articles
Load More By amitgupta
  • Kabir Bhajan – raag jhanjhoti-shabd-2

    राग झंझोटी : २बाल्मीकि तुलसी से कहि गये,एक दिन कलियुग आयेगा । टेकब्राह्मण होके वेद न जाने,…
  • राग बिलाप-२७अब मैं भूली गुरु तोहार बतिया,डगर बताब मोहि दीजै न हो। टेकमानुष तन का पाय के रे…
  • शब्द-२६ जो लिखवे अधम को ज्ञान। टेकसाधु संगति कबहु के कीन्हा,दया धरम कबहू न कीन्हा,करजा काढ…
Load More In Uncategorized

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

How to Delete company/Single F.Y In busy-21 #06

How to Delete company/Single F.Y In busy-21 Efficiently delete company or a single financi…