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कबीर भजन १६४

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कबीर भजन १६४ 
बाल्मीकि तुलसी से कह गए,
ऐसा कलियुग आयेगा। टेक
ब्राह्मण होके बेद न जाने,
मिथ्या जन्म गवाया ।
बिना खग के क्षत्री होइ हैं,
शूद्र ही राज चलावेगा।
बेटा मातु पिता नहि चीन्हें,
तरिया से नेह लगावेगा। 
सो तरिया स्वामी को न जाने,
आन पुरुष मन भावेगा। 
सती पती कोई बिरले हुई है,
सब दुखिया हो जावेगा। 

कहै कबीर सुनो भाई साधो,
राम नाम नहीं भावेगा। 

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