Home Anmol Kahaniya श्रोता या सोता

श्रोता या सोता

6 second read
0
0
90

श्रोता या सोता 

एक दिन सेठानी के विशेष आग्रह पर सेठ जी कथा  सुनने चले गये। वहाँ पहुँच कर सेठ जी कथा वाचक पंडितजी 
की चौकी के पास बैठ गये। सेठ जी कथा सुनते-सुनते उंघने लगे।  नींद में उन्हें सपना दिखाई दिया कि कोई ग्राहक कपड़ा खरीदने आया है। लालाजी के हाथों पंडितजी का दुपट्टा आ गया तो वे उसे फाड़े लगे। 
पंडिजी ने लालाजी से कहा – रे भाई! तुम यह क्‍या ! कर रहे हो? मेरा दुपट्टा क्यों फाड़ रहे हो? पंडितजी की आवाज सुनकर लालाजी की नींद खुल गई। 
लालाजी बोले–पंडितजी! क्षमा करना मुझे जरा नींद आ गई थी। सवपन में दुकान पर बैठा कपड़ा नाप कर  फाड़ कर दे रहा था।  पंडितजी सोचने लगे कि अगर ऐसे ही श्रोता दस पांच आ जायें तो हम तो मर जायेंगे।
Load More Related Articles
Load More By amitgupta
  • Images

    तृष्णा

    तृष्णा एक सन्यासी जंगल में कुटी बनाकर रहता था। उसकी कुटी में एक चूहा भी रहने लगा था। साधु …
  • Istock 152536106 1024x705

    मृग के पैर में चक्की

    मृग के पैर में चतकी  रात के समय एक राजा हाथी पर बैठकर एक गाँव के पास से निकलो। उस समय गांव…
  • Pearl 88

    मोती की खोज

    मोती की खोज एक दिन दरबार में बीरबल का अपानवायु ( पाद ) निकल गया। इस पर सभी दर्बारी हँसने ल…
Load More In Anmol Kahaniya

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

How to Delete company/Single F.Y In busy-21 #06

How to Delete company/Single F.Y In busy-21 Efficiently delete company or a single financi…