Home Hindu Fastivals सकट चौथ उद्यापन: व्रत का महत्व, रीति और परंपरा

सकट चौथ उद्यापन: व्रत का महत्व, रीति और परंपरा

2 second read
0
0
34
Sakat chouth ka udapan

 सकट चौथ  उद्यापन

 अगर आपका इसी साल में बेटा हो या बेटे का विवाह हो तो चोथ माई का उद्यापन होता है। एक सेर सफेद तिल ओर एक सेर गुड़ मिलाकर तिलकुट करें और एक चम्मच से तिलकुट की तेरह कुढी करें और उस पर एक तीयल रख इच्छानुसार रुपये रखकर हाथ फेरकर रोली, चावल, मिनश्कर बाद में सासूजी के पैर छूकर दे दें। चौथ माई की कहानी सुनें और सिर्फ चौथ का उद्यापन करें तो एक थाली में तेरह जगह चार-चार जगह हलवा रखें और एक तीयल, रुपये उस पर रखकर सास को पेर छू कर दें। ब्राह्मणी जिमायें। उन्हें एक कुढ़ा, हलवा पूरी दे दें। टिकक्‍्का लगा कर दक्षिणा दें। कोई भी उद्यापन करें तो इस प्रकार उद्यापन की तैयारी करें।
Load More Related Articles
  • अपने ही गज से सबको मत मापो

    अपने ही गज से सबको मत मापो एक तेली ने एक तोता पाल रखा था। किसी कारण वश तेली को दुकान छोड़क…
  • भगवान गर्व प्रहरी हैं

    भगवान गर्व प्रहरी हैं  जब महाराज युधिष्ठिर राजसूय यज्ञ कर रहे थे तो उनके मन में यह-विचार उ…
  • सच्चा मित्र कौन है ?

    सच्चा मित्र कौन है ? एक व्यक्ति के धन, कुटुम्ब और धर्म तीन मित्र थे। उसका धन रूपी मित्र पर…
Load More By amitgupta
Load More In Hindu Fastivals

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

अपने ही गज से सबको मत मापो

अपने ही गज से सबको मत मापो एक तेली ने एक तोता पाल रखा था। किसी कारण वश तेली को दुकान छोड़क…