टोनी मॉरिसन का जन्म 18 फरवरी 1931 को लॉरेन, ओहायो, अमेरिका में हुआ था। उनका असली नाम क्लो एंथोनी वॉफर्ड था। वह एक प्रसिद्ध अमेरिकी लेखिका, संपादक और प्रोफेसर थीं, जिन्होंने अपने लेखन में अफ्रीकी अमेरिकी अनुभवों को गहराई से उकेरा।
मॉरिसन ने हावर्ड विश्वविद्यालय और कॉर्नेल विश्वविद्यालय में पढ़ाई की। अपने करियर की शुरुआत में, वह हावर्ड विश्वविद्यालय में अंग्रेजी की प्रोफेसर रहीं और बाद में रैंडम हाउस में संपादक के रूप में कार्य किया।
उनकी पहली पुस्तक, “द ब्लूएस्ट आई” (1970), ने उन्हें साहित्यिक जगत में पहचान दिलाई। इसके बाद उनकी अन्य प्रमुख रचनाएँ आईं, जैसे “सोंग ऑफ सोलोमन” (1977), जिसने उन्हें राष्ट्रीय ख्याति दिलाई और “बिलव्ड” (1987), जिसके लिए उन्हें पुलित्जर पुरस्कार मिला। “बिलव्ड” को बाद में ओपरा विनफ्रे द्वारा फिल्म के रूप में भी प्रस्तुत किया गया।
टोनी मॉरिसन को 1993 में साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जिससे वह इस पुरस्कार को पाने वाली पहली अफ्रीकी अमेरिकी महिला बनीं।
मॉरिसन का लेखन शैली बहुत ही प्रभावशाली और दिलचस्प थी, जिसमें उन्होंने अपने पात्रों की गहरी मानवीय भावनाओं और सामाजिक मुद्दों को बड़े ही संवेदनशीलता से प्रस्तुत किया।
5 अगस्त 2019 को न्यूयॉर्क में टोनी मॉरिसन का निधन हो गया, लेकिन उनकी साहित्यिक धरोहर आज भी जीवित है और उनके कार्यों का अध्ययन और प्रशंसा की जाती है।